पंच परगना समाचार-पत्र के संपादक के साथ मारपीट और अभद्रता पर पत्रकारों ने जताया रोष
Ranchi Desk : जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया की झारखंड इकाई (JCI Jharkhand) ने एक पत्रकार के साथ मारपीट पर कड़ा रुख अपना लिया है। जेसीआई ने घोषणा की है कि पीड़ित पत्रकार को न्याय दिलाने और अन्य पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर संगठन के बैनर तले जोरदार संघर्ष किया जाएगा।
बता दें कि बुंडू से प्रकाशित पंच परगना समाचार-पत्र के संपादक आशीष कुमार प्रमाणिक के साथ विगत 25 फरवरी, 2024 को कुछ लोगों ने अभद्रता और मारपीट की थी। इसमें आशीष कुमार प्रमाणिक घायल हो गए थे और उन्हें अंदरूनी चोटें भी आई थीं। दावा है कि हमलावरों ने जान से मारने की नीयत से उनके ऊपर हमला किया था।
JCI Jharkhand Unit Meeting
पुलिस की भूमिका संदिग्ध
इस संबंध में पत्रकारों के हितों और अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाली राष्ट्रीय संस्था जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया की झारखंड इकाई (JCI Jharkhand) की एक आपातकालीन बैठक में पुलिस की सुस्ती और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाया गया।
जेसीआई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य अशोक झा की अध्यक्षता में बुलाई गई इस बैठक के दौरान झारखंड सहित पूरे देश में पत्रकारों के साथ हो रही अभद्रता और मारपीट जैसी घटनाओं पर चिंता व्यक्त करने के साथ ही रोष भी प्रकट किया गया।
JCI Jharkhand Meeting News
प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिलकर रखेंगे अपनी बात
जेसीआई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य अशोक झा ने कहा कि आशीष कुमार प्रमाणिक के साथ हुई घटना अत्यंत ही दुर्भाग्यजनक और निंदनीय है। इस मामले में पुलिस की सुस्ती भी संदेह पैदा करती है। इसलिए जेसीआई के पदाधिकारी जल्द ही प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिलकर अपनी बात रखेंगे और न्याय दिलाने की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा कि जेसीआई पूरे देश भर के पत्रकारों के अधिकारों और सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रही है। यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार की ओर से इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई शुरू नहीं की जाती। यह एक अत्यंत ही गंभीर मुद्दा है और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता।
JCI Jharkhand Planning
क्या बताया पीड़ित पत्रकार ने?
बैठक के दौरान अशोक झा ने पीड़ित पत्रकार आशीष कुमार प्रमाणिक से बात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने पीड़ित पत्रकार को आश्वासन दिया कि इस संकट की घड़ी में जेसीआई उनके साथ है और उन्हें न्याय दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास जारी रखा जाएगा।
आशीष कुमार प्रमाणिक ने बताया कि उन्होंने हाल ही में अपने समाचार-पत्र में अवैध बालू खनन (Illegal Sand Mining) के संबंध में खबर प्रकाशित की थी। इसके कारण बालू माफिया अब उनकी जान के पीछे पड़े हैं। बालू माफिया से उनकी जान को भारी खतरा है।
JCI Jharkhand To Fight For Justice
सच लिखने वाले पत्रकारों को किया जा रहा है टारगेट
इस मौके पर उपस्थित अन्य पत्रकारों ने कहा कि सच को सामने लाने वाले पत्रकारों को टारगेट करके उन्हें हर तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है। इतना ही नहीं, उनके ऊपर झूठे मुकदमे भी दर्ज किए जा रहे हैं। यह पूरी तरह से अनुचित और बहुत ही चिंतनीय विषय है।
बैठक के दौरान जेसीआई ने सरकार से मांग की है कि किसी भी पत्रकार के ऊपर कोई भी मुकदमा दर्ज करने से पहले किसी राजपत्रित अधिकारी द्वारा संबंधित मामले की छानबीन करवाई जानी चाहिए। इसके बाद ही मुकदमा दर्ज करने या न करने का फैसला लिया जाए।
JCI Jharkhand To Take Strict Measures
पत्रकारों के लिए अलग कानून बनाया जाए
जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य अशोक झा ने कहा कि पत्रकारों के हितों और उनकी सुरक्षा को देखते हुए उनके लिए अलग कानून बनाया जाना चाहिए। तभी सच लिखने और दिखाने वाले पत्रकार भी सम्मान का जीवन जी सकेंगे।
इस बैठक में जेसीआई झारखंड की प्रदेश संयोजक अंशिका ओझा, ठाकुर सत्यजीत प्रताप चौधरी, शुभेंदु पंडित, अखिलेश कुमार, रंजीत कुमार सहित कई अन्य पत्रकार साथियों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
-सार्थक खबर ब्यूरो
कम खर्च में अपनी खूबसूरत वेबसाइट बनवाएं। यहां क्लिक करें।