राज्यपाल ने किया गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवा खेलकूद प्रतियोगिता का उद्घाटन
Ranchi Desk : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा है कि खेलकूद की प्रतिस्पर्धा (Sports Competition) में हिस्सा लेने से अनुशासन एवं आपसी समन्वय की भावना प्रबल होती है। वे होमगार्ड के सेंट्रल ट्रेनिंग सेंटर, रांची में आयोजित झारखंड गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवा खेलकूद प्रतियोगिता के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे।
प्रतियोगिता के उद्घाटने के मौके पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि हर कार्यक्षेत्र में अनुशासन एवं आपसी समन्वय अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि खेलकूद की प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेने से इसकी भावना प्रबल होती है।
Sports Competition in Ranchi
जय एवं पराजय दोनों में समभाव की भावना
राज्यपाल ने कहा कि खेलकूद प्रतिस्पर्धा के प्रतिभागी जय एवं पराजय दोनों में समभाव की भावना रखते हैं। यह सभी के लिए आवश्यक है। इसी से अनुशासन झलकता है और आपसी समन्वय की भावना को बल मिलता है।
उन्होंने कहा कि यह भावना मनोबल को बढ़ाती है, जिससे प्रतिभागी अपने कार्यों को दक्षतापूर्वक और कुशलतापूर्वक संपन्न करने की दिशा में प्रेरित होते हैं।
Sports Competition Held in Ranchi
गृह रक्षा वाहिनी की स्थापना का उद्देश्य व्यापक
राज्यपाल ने कहा कि गृह रक्षा वाहिनी की स्थापना व्यापक उद्देश्य के साथ की गई थी। आज यह संगठन राज्य स्तर पर कानून-व्यवस्था के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर भी अपनी भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह आपातकालीन समय में भी सक्रिय रहता है। उन्होंने कहा कि होमगार्ड की सेवा में ढांचागत सुधार एवं सुविधा में बढ़ोतरी के लिए कार्रवाई की जा रही है।
Sports Competition in Homeguard Training Centre
अग्निशमन सेवा में सुधार के लिए कार्रवाई जारी
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि अग्निशमन सेवा के लिए अग्निशमन सेवा अधिनियम की दिशा में भी कार्रवाई की जा रही है, जिससे भविष्य में इस सेवा में व्यापक सुधार हो सकेगा।
उन्होंने विश्वास प्रकट करते हुए कहा कि सभी प्रतिभागी खेल भावना का परिचय देंगे और इसी भावना के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन भी करेंगे।
-सार्थक खबर ब्यूरो
यह भी देखें: VIDEO – Anushka Shetty अपने ग्लैमरस लुक्स से फैंस को बना रही हैं दीवाना, साउथ में भी लाखों हैं दीवाने
कम खर्च में अपनी खूबसूरत वेबसाइट बनवाएं। यहां क्लिक करें।